खसखस खाने से बीमारियां होंगी दूर लेकिन पानी में भिगोकर खाना है खतरनाक: खसखस काफी यूजफुल सीड्स है। जिसे कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है। डेजर्ट से लेकर ग्रेवी को गाढ़ा और क्रीमी बनाने के लिए अधिकतर लोग खसखस यानी की पोस्ता का दाना इस्तेमाल करते हैं। पोस्ता का दाना केवल स्वाद ही नहीं बढ़ाता बल्कि ये सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। वहीं दूसरी तरफ ये किसी जहर से कम भी नहीं होता। अगर इसे लापरवाही से खाया जाए तो इंसान की जान भी जा सकती है।
खसखस में लगभग सारे जरूरी न्यूट्रिशन होते हैं। कैल्शियम, फाइबर, मैग्नीशियम, जिंक। वहीं इस सीड्स में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ना के बराबर होती है। छोटे महीन दानों वाले खसखस को लगभग 30 ग्राम मात्रा में खाने से 150 कैलोरी मिलती है।
कई सारे डायटीशियन शरीर में जमा बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए खसखस खाने की सलाह देते हैं। रोजाना खसखस खाने के लिए इसकी बेहद सीमित मात्रा ही इस्तेमाल में लानी चाहिए। कोलेस्ट्रॉल कम होने से हार्ट डिसीज का खतरा भी कम होता है।
कुछ इंसान को हर वक्त खाने की आदत होती है। खसखस इस तरह की बीमारी पर असर करता है। जिससे उसे खाना खाने की कम इच्छा होती है। खसखस यानी कि पोस्ता का दाना खाने से पेट बहुत ज्यादा भरा-भरा सा महसूस होता है।
खसखस में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है। जिसकी वजह से रोजाना खाने से दांत और हड्डियों की कमजोरी खत्म होती है। रोजाना केवल तीन चम्मच खसखस खाने से शरीर में दिनभर में कैल्शियम की जरूरत पूरी हो जाती है। कब्ज, गैस और छाले जैसी समस्याओं में खसखस खाने से फायदा होता है। पोस्ता का दाना इम्यूनिटी भी बढ़ाता है।
खसखस या पोस्ता के दाने को दूध में मिलाकर पीने से फायदा होता है। खसखस में प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है। जिसे खाने से शरीर को एनर्जी मिलती है। साथ ही शरीर से खून की कमी भी दूर होती है। हालांकि इसे बहुत कम अमाउंट में या फिर डॉक्टर की सलाह पर ही लेना चाहिए।
पोस्ता के दाने की चाय या खसखस को पानी में भिगोकर खाना इसे जहरीला बना देता है। पोस्ता के दाने के बाहरी परत पर मॉर्फिन तत्व होता है। जब पोस्ता के दाने को पानी में भिगोते हैं या उबालते हैं तो ये सारे तत्व पानी में घुल जाते हैं। इस पानी को पीने से मौत तक होने का खतरा होता है। ये पानी मॉर्फिन जैसे तत्वों की वजह से जहरीला हो जाता है।
पोस्ता के दाने की ज्यादा मात्रा भी खाना खतरनाक है। इसे ज्यादा मात्रा में खाने से डाइजेशन प्रॉब्लम हो जाती है। हालांकि ये सिचुएशन काफी कम देखने को मिलती है।
पोस्ता के दाने अफीम के पौधे से मिलते हैं। जिसकी वजह से इन्हें खाना सेहत के साथ रिस्क लेना भी हो सकता है। पोस्ता के दाने में ओपियॉड कंपाउड होते हैं। हालांकि यूरोपियन फूड सेफ्टी अथॉरिटी ने बताया है कि पोस्ता के दाने को पकाकर खाने से काफी मात्रा में इसके जहरीले कंपाउड खत्म हो जाते हैं। हालांकि इसकी सीमित मात्रा ही खाई जा सकती है। साथ ही पोस्ता के दाने को प्रेग्नेंट लेडी और बच्चों को बिल्कुल नहीं देना चाहिए। लगातार लंबे समय तक पोस्ता के दाने को खाने से इंसान इसका एडिक्ट भी बन सकता है।